राँची नगर निगम क्षेत्र के वार्ड संख्या–22 स्थित हिंदपीढ़ी में जनता के लिए बने सामुदायिक भवन पर वर्षों से प्रभावशाली लोगों द्वारा अवैध कब्जे का मामला सामने आया है। सामाजिक और सार्वजनिक उपयोग के उद्देश्य से निर्मित इस सरकारी भवन को अवैध रूप से बैंक्वेट हॉल में तब्दील कर निजी कमाई का जरिया बना दिया गया था।
नगर निगम को लगातार मिल रही शिकायतों के बाद कराई गई जांच में कई चौंकाने वाले तथ्य उजागर हुए। भवन में बिना अनुमति निर्माण कर शादियों व निजी आयोजनों का संचालन किया जा रहा था और आम लोगों से मनमाने तरीके से शुल्क वसूला जा रहा था, जबकि स्थानीय जनता को इस सामुदायिक भवन का कोई लाभ नहीं मिल रहा था।
जांच में यह भी पाया गया कि भवन में अलग गेट लगाकर उसे अक्सर ताले में बंद रखा जाता था। अंदर बैंक्वेट हॉल का स्टाफ नियमित रूप से काम कर रहा था। निरीक्षण के दौरान भवन की जर्जर स्थिति भी सामने आयी कि रखरखाव पूरी तरह शून्य था और शौचालय उपयोग के लायक नहीं थे।
सबसे गंभीर तथ्य यह रहा कि पिछले करीब 10 वर्षों से तैनात वार्ड पर्यवेक्षक ने इस अवैध गतिविधि की कोई सूचना नगर निगम को नहीं दी। इसे गंभीर लापरवाही मानते हुए संबंधित वार्ड पर्यवेक्षक को तत्काल वार्ड से हटा दिया गया है और उनके खिलाफ सख्त विभागीय कार्रवाई की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है।
उपरोक्त तथ्यों, जांच प्रतिवेदन और जनहित को ध्यान में रखते हुए आज दिनांक 29.12.2025 को अपर प्रशासक श्री संजय कुमार के निर्देश पर उक्त सामुदायिक भवन को सील कर दिया गया। नगर निगम ने स्पष्ट किया है कि सामुदायिक भवनों का उपयोग केवल सार्वजनिक और सामाजिक उद्देश्यों के लिए ही किया जाएगा, निजी व्यवसाय के लिए नहीं।

