झारखंड रक्षा शक्ति विश्वविद्यालय ने आज राँची विश्वविद्यालय के दीक्षांत मंडप में अपना पहला दीक्षांत समारोह आयोजित किया।
समारोह में कुलाधिपति एवं राज्यपाल संतोष कुमार गंगवार मुख्य अतिथि रहे। केंद्रीय रक्षा राज्यमंत्री संजय सेठ और झारखंड के उच्च एवं तकनीकी शिक्षा मंत्री सुदिव्य कुमार विशिष्ट अतिथि के रूप में शामिल हुए।
फॉरेंसिक साइंस, साइबर सिक्योरिटी, सिक्योरिटी मैनेजमेंट, एमएससी फॉरेंसिक साइंस और एमए/एमएससी क्रिमिनोलॉजी के विद्यार्थियों को उपाधियाँ प्रदान की गईं। कुल 673 छात्रों को सम्मानित किया गया, जिनमें 21 मेधावी छात्रों को गोल्ड मेडल मिला।
कुलपति राहुल कुमार पुरवार ने सभी अतिथियों का स्वागत करते हुए बताया कि खूंटी स्थित 75 एकड़ में बनने वाले स्थायी परिसर का डीपीआर अंतिम चरण में है। उन्होंने छात्रों को उज्ज्वल भविष्य की शुभकामनाएँ दीं।
अपने संबोधन में मंत्री सुदिव्य कुमार ने कहा कि दीक्षांत समारोह विद्यार्थियों के लिए “गुरुकुल की अंतिम दीक्षा” है, और यहाँ प्राप्त मूल्य समाज को अपराध मुक्त बनाने में मदद करेंगे।
केंद्रीय मंत्री संजय सेठ ने कहा कि यह उपाधि केवल प्रमाणपत्र नहीं, बल्कि वह “पंख” है जो युवाओं को देश सेवा के अवसरों तक ले जाएगा।
मुख्य अतिथि संतोष कुमार गंगवार ने कहा कि पहला दीक्षांत समारोह राज्य के लिए भी गौरव का विषय है। विकसित भारत 2047 में युवाओं की भूमिका अहम होगी और विश्वविद्यालय रक्षा क्षेत्र में मजबूत योगदान देगा।

