पवित्र कार्तिक मास में घर-आंगन से लेकर मंदिरों तक भगवान शालिग्राम और माता तुलसी के विवाह का विशेष महत्व माना जाता है। इसी परंपरा के तहत शनिवार की शाम राँची के चुटिया स्थित प्राचीन राम मंदिर में भक्तों ने श्रद्धा, आस्था और परंपरागत रश्मों के साथ तुलसी विवाह सम्पन्न कराया।
मंदिर परिसर में भक्तों की भारी भीड़ उमड़ी रही। पूजा-अर्चना के बाद विधिवत वैदिक मंत्रोच्चार के बीच तुलसी विवाह सम्पन्न हुआ। श्रद्धालुओं ने तुलसी माता और भगवान शालिग्राम का विवाह साक्षी बनकर संपन्न कराया। विवाह के बाद सभी भक्तों ने तुलसी विवाह की कथा का श्रवण किया और भगवान को नमन किया।
तुलसी विवाह सम्पन्न होने के बाद प्रसाद वितरण किया गया। धार्मिक मान्यता है कि कार्तिक मास में तुलसी विवाह कराने से जीवन में सुख-शांति और समृद्धि आती है। साथ ही यह विवाह देवी-देवताओं के विवाह पर्व की शुरुआत का प्रतीक भी माना जाता है।

