झारखंड कर्मचारी चयन आयोग (JSSC) पेपर लीक मामले में केंद्रीय जांच एजेंसी (CID) को बड़ी सफलता हाथ लगी है। मामले के मुख्य आरोपी और मास्टरमाइंड विनय शाह को उत्तर प्रदेश से गिरफ्तार कर राँची लाया गया है। आरोपी को आज सीआईडी की विशेष अदालत (स्पेशल कोर्ट) में पेश किया गया, जहां से उसे न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया।
विनय शाह रेलवे में सेक्शन इंजीनियर के पद पर कार्यरत है और मूल रूप से झारखंड की राजधानी राँची का निवासी है। वह गिरफ्तारी से बचने के लिए उत्तर प्रदेश के शाहपुर स्थित हनुमंत नगर कॉलोनी में फर्जी पहचान बनाकर छिपकर रह रहा था। जांच में पता चला कि वह सुरक्षा एजेंसियों को धोखा देने के लिए नेपाली सिम कार्ड का इस्तेमाल करता था।
सीआईडी की जांच में यह महत्वपूर्ण खुलासा हुआ है कि विनय शाह ने राँची के एक होटल में अपने सहयोगियों मनोज कुमार, शशिभूषण दीक्षित और संदीप त्रिपाठी के साथ मिलकर पूरे पेपर लीक की साजिश रची थी। इस गिरोह से जुड़े आईआरबी (IRB) के करीब एक दर्जन जवान पहले ही गिरफ्तार कर जेल भेजे जा चुके हैं।
विनय शाह की गिरफ्तारी को इस बड़े आपराधिक नेटवर्क की जड़ों तक पहुंचने की दिशा में एक अहम कदम माना जा रहा है। जांच एजेंसियां अब नेटवर्क के बाकी कड़ियों का खुलासा करने में जुट गई हैं।

