भारत को 2030 कॉमनवेल्थ गेम्स की मेज़बानी का ऐतिहासिक अवसर मिलने वाला है।
केंद्रीय कैबिनेट ने भारत की ओर से इन खेलों की मेज़बानी के लिए बोली को हरी झंडी दे दी है।
अगर यह बोली सफल होती है तो भारत, 2010 दिल्ली गेम्स के बाद दूसरी बार कॉमनवेल्थ खेलों की मेज़बानी करेगा।
उस समय दिल्ली ने खेल जगत में भारत की पहचान को नई ऊँचाइयों तक पहुँचाया था—और अब एक बार फिर दुनिया की नज़रें भारत पर होंगी।
इस आयोजन से देश की खेल प्रतिभाओं को एक बड़ा और अंतरराष्ट्रीय मंच मिलेगा।
खिलाड़ियों को न सिर्फ़ अपने प्रदर्शन से देश का नाम रोशन करने का मौका मिलेगा, बल्कि युवा पीढ़ी को भी खेलों के प्रति प्रेरणा और नया उत्साह मिलेगा।
सिर्फ़ खेल ही नहीं, बल्कि बुनियादी ढांचे और पर्यटन के क्षेत्र में भी भारत को बड़ा लाभ होने की उम्मीद है।
विशेषज्ञ मानते हैं कि स्टेडियमों से लेकर परिवहन और हॉस्पिटैलिटी सेक्टर तक, देश की सुविधाओं में बड़ा सुधार देखने को मिलेगा।
विदेश से आने वाले लाखों खिलाड़ियों और पर्यटकों के चलते भारत की वैश्विक छवि और भी मज़बूत होगी।
खेल मंत्रालय ने इसे “भारत की खेल शक्ति और बढ़ती वैश्विक भूमिका का प्रतीक” बताया है।
यानी आने वाले वर्षों में भारत सिर्फ़ मैदान पर पदक जीतने वाला देश नहीं रहेगा, बल्कि वैश्विक खेल आयोजनों का केंद्र भी बनेगा।